Sirf Ek Bandaa Kaafi Hai फिल्म जी5 ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज हो चुकी है। रिलीज होते ही फिल्म ने धमाल मचा दिया। ये फिल्म इस साल के ओटीटी पुरस्कारों में धूम मचाने वाली है।
Sirf Ek Bandaa Kaafi Hai फिल्म ने बीती रात हुए फिल्मफेयर ओटीटी पुरस्कारों में सबसे ज्यादा पांच पुरस्कार जीते। इस फिल्म की रेटिंग भी काफी सही है। जिस तरह से इस फिल्म की स्क्रिप्ट लिखी गई है। वो काबिले तारीफ है। लोग इस फिल्म को काफी पसंद भी कर रहे है।
Sirf Ek Bandaa Kaafi Hai फिल्म ने 5 अवार्ड जीते
Sirf Ek Bandaa Kaafi Hai फिल्म ओटीटी प्लेटफॉर्म पर आते ही धमाल मचाने लगी। पांच पुरस्कार में इसे सर्वेश्रेष्ठ फिल्म (विनोद भानुशाली), सर्वश्रेष्ठ निर्देशक (अपूर्व सिंह कर्की), सर्वश्रेष्ठ अभिनेता (मनोज बाजपेयी), सर्वश्रेष्ठ कहानी (दीपक किंगरानी) और सर्वश्रेष्ठ संवाद (दीपक किंगरानी) पुरस्कार मिले है। फिल्म की स्क्रिप्ट की काफी तारीफ हुई। फिल्म ‘सिर्फ एक बंदा काफी है’ के उपसंहार का एक दृश्य है जिसमें वकील सोलंकी अदालत के सामने अपनी जिरह का आखिरी हिस्सा पूरा कर रहे हैं। वह शंकर और पार्वती के संवाद का दृष्टांत देते हुए बताते हैं कि पाप, अति पाप और महापाप क्या है?
बढ़िया लेखन और डायरेक्शन ने खींचा लोगों का ध्यान
लेखक दीपक किंगरानी की पटकथा और संवाद फिल्म ‘सिर्फ एक बंदा काफी है’ का वह आधार है जिस पर ये बेहतरीन फिल्म बनी है। दीपक ने शुरू के एक घंटे इतनी कसी पटकथा लिखी है कि दर्शक इसे देखना शुरू करने के बाद अपनी सीट से हिल नहीं सकता। बीच में हालांकि फिल्म थोड़ा बहकती भी है लेकिन इसे वापस इसके कथानक की उत्तेजना तक आने के लिए ये शायद जरूरी भी है। निर्देशक अपूर्व सिंह कार्की ने अपनी पहली ही फीचर फिल्म में हिंदी सिनेमा में एक लंबी लकीर खींची है। अपने कालखंड के लोकाचार को अपने सिनेमा का हिस्सा बनाना ही एक फिल्म निर्देशक की अपने पेशे के प्रति सच्ची ईमानदारी होती है।
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