Arvind Kejriwal प्रवर्तन निदेशालय (ED) की हिरासत अवधि पूरी होने पर गुरुवार को दिल्ली की एक अदालत में पेश हुए। कथित उत्पाद शुल्क नीति घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में केजरीवाल को दोपहर 1.45 बजे राउज एवेन्यू कोर्ट में लाया गया।
Arvind Kejriwal की सुनवाई के बीच दिल्ली विधानसभा में जोरदार ड्रामा हुआ। 10 दिनों के ब्रेक के बाद जब सदन फिर से शुरू हुआ, तो AAP विधायकों ने ईडी द्वारा अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी का विरोध किया। पार्टी के विधायकों ने सदन के वेल में हंगामा किया और नारे लगाए। वहीं BJP के विधायकों ने केजरीवाल के इस्तीफे की मांग करते हुए जवाबी विरोध शुरू कर दिया।
Arvind Kejriwal की याचिका कोर्ट ने की ख़ारिज
हाईकोर्ट ने सीएम की याचिका में उठाए गए कानूनी और वैधता के मुद्दों को संबोधित करने के लिए ईडी से प्रतिक्रिया की आवश्यकता पर जोर देते हुए मामले को 3 अप्रैल को अगली सुनवाई के लिए पोस्टपोन किया। दिल्ली के सीएम की ओर से दायर याचिका पर न्यायमूर्ति स्वर्णकांत शर्मा की पीठ ने कहा कि प्रतिवादी (ED) को प्रभावी प्रतिनिधित्व के अवसर के रूप में जवाब दाखिल करने का अवसर दिया जाना चाहिए।
Arvind Kejriwal को क्यों गिरफ्तार किया गया है
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने उत्पाद शुल्क नीति मामले से संबंधित आरोपपत्रों में कई बार उनके नाम का उल्लेख होने के बाद 21 मार्च को अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया। AAP के राष्ट्रीय संयोजक पर शराब व्यापारियों से लाभ के बदले रिश्वत मांगने का आरोप है। ईडी ने उन पर अब रद्द की गई नीति में किंगपिन और मुख्य साजिशकर्ता होने का भी आरोप लगाया है। एजेंसी ने इस मामले के संबंध में मनीष सिसौदिया और संजय सिंह सहित कम से कम 14 शीर्ष AAP नेताओं को पहले ही गिरफ्तार कर लिया है।
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