Nokia Layoff: एक तरफ इजराइल-हमास के बीच जंग चल रही है तो दूसरी तरफ रूस और यूक्रेन के बीच भी युद्ध के हालात देखने को मिल रहे हैं. इस बीच 2022 से ही पूरी दुनिया में मंदी का संकट देखने को मिल रहा है. हालाँकि, अब इसका असर दिग्गज कंपनियों पर पड़ रहा है और बड़े पैमाने पर छँटनी हो रही है।
दुनिया के सबसे बड़े सर्च इंजन गूगल से लेकर फेसबुक की पैरेंट कंपनी मेटा तक छंटनी की लिस्ट में सबसे आगे रही है। हालाँकि, अब इस लिस्ट में नोकिया का एक और बड़ा नाम जुड़ गया है। Nokia ने अपने 14,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकालने का फैसला किया है।
रिपोर्ट के मुताबिक, फिनिश टेलीकॉम गियर समूह नोकिया ने कहा कि उत्तरी अमेरिका जैसे बाजारों में 5जी उपकरणों की धीमी बिक्री के कारण तीसरी तिमाही में बिक्री में बड़ी गिरावट आई है। बिक्री में 20 फीसदी की गिरावट आई है।
इस कटौती के बाद एक नई लागत बचत योजना के तहत 14,000 नौकरियों में कटौती करने का निर्णय लिया गया है। इन छँटनी के साथ, कंपनी का वर्तमान कार्यबल 86,000 से घटकर 72,000 रह जाएगा।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नोकिया करीब 14,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकालने की तैयारी में है। यह छँटनी दुनिया भर में कंपनी के दफ्तरों से की जाएगी।
नोकिया की ओर से ऐसा बयान आने के बाद से कंपनी के कर्मचारियों की धड़कनें बढ़ गई हैं. कंपनी का दावा है कि उसके कारोबार में भारी गिरावट आई है, जिसका असर उसकी कमाई पर पड़ा है।
Nokia लागत में 14 फीसदी की कटौती करने की तैयारी करें
नोकिया ने एक आधिकारिक बयान में कहा है कि कंपनी साल 2026 तक 1.2 बिलियन यूरो बचाने की तैयारी कर रही है। कंपनी का लक्ष्य इस अवधि के दौरान परिचालन लागत में 14 प्रतिशत की कमी लाना है। यही वजह है कि कंपनी ने अब बड़ी छंटनी की योजना बनाई है. फिलहाल कंपनी में करीब 86 हजार कर्मचारी काम करते हैं, जो घटकर 72 हजार रह जाएंगे।
Nokia बिक्री में भारी गिरावट आई
नोकिया ने कहा है कि उसकी योजना 2024 तक 400 मिलियन यूरो और 2025 तक 300 मिलियन यूरो बचाने की है। कंपनी में यह बदलाव 5G उपकरणों की मांग घटने के बाद आया है। नोकिया की बिक्री में भारी गिरावट देखी जा रही है।
तीसरी तिमाही में कंपनी की कुल बिक्री 4.98 बिलियन यूरो रही, जबकि पिछले साल की समान अवधि में यह 6.24 बिलियन यूरो थी।
कंपनी ने इस साल 5.67 अरब यूरो की बिक्री का अनुमान लगाया था, जो काफी पीछे रह गया. नोकिया के अलावा माइक्रोसॉफ्ट, गूगल, मेटा, ट्विटर जैसी बड़ी टेक कंपनियों ने भी इस साल बड़ी संख्या में छंटनी की है।
Nokia कंपनी यह निर्णय क्यों ले रही है?
नोकिया ने अपने बयान में कहा है कि वैश्विक स्तर पर 20 फीसदी कर्मचारियों की कटौती की योजना है. इसका मतलब है कि दुनियाभर में करीब 14 हजार कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा।
कंपनी का कहना है कि वित्तीय लागत कम करने और स्थिरता बनाए रखने के लिए छंटनी जरूरी है। 2023 की तीसरी तिमाही में अमेरिकी बाजार में कंपनी के 5G डिवाइस की बिक्री में काफी गिरावट आई है। इसलिए लागत कम करने के लिए 14 हजार कर्मचारियों की छंटनी करनी होगी।
1987 में लॉन्च हुआ Nokia का पहला फोन
1993 में नोकिया ने ‘नोकिया 1011’ फोन लॉन्च किया जो पहला GSM (ग्लोबल सिस्टम फॉर मोबाइल्स) फोन था। इसके साथ ही मोबाइल के जरिए टेक्स्ट मैसेज भेजने की शुरुआत हुई।
Nokia का पहला प्रोडक्ट क्या है?
स्मार्टफोन के दौरे से पहले नोकिया का भारतीय मोबाइल फोन के बाजार में दबदबा था. लेकिन कंपनी का पहला प्रोडक्ट मोबाइल फोन नहीं था. कंपनी जब शुरू हुई थी, तब ये टॉयलेट पेपर बनाती थी|
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