PM Modi भले ही इस बार सरकार बनाने जा रहे हो लेकिन उनकी अपनी पार्टी बीजेपी को पूर्ण बहुमत नहीं मिला है। जिसके चलते उन्हें जेडीयू और टीडीपी के दम पर सरकार बनानी पड़ रही है। और इसके बदले सहयोगी दलों ने बड़ी डिमांड रख दी है।
PM Modi को इस बार सरकार बनाने के लिए अपने मंत्रालय से कुछ कार्यभार अपने सहयोगी दलों को भी देनी पड़ेगी। क्योकि इस बार बीजेपी अपने बलबूते पर सरकार नहीं बना पा रही है। जेडीयू अरु टीडीपी ने सरकार गठन से पहले अपनी मांग रख दी है। जानिये क्या है इनकी मांगे।
PM Modi के सामने रखी गई ये मांगे
नितीश कुमार की पार्टी जेडीयू ने बिहार राज्य को विशेष राज्य बनाने की मांग रखी है। ग्निवीर योजना जैसे मुद्दों पर PM Modi की टेंशन बढ़ा दी है। जेडीयू के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी ने कहा है कि अग्निवीर योजना को लेकर लोगों में गुस्सा है। जनता ने जो असहमति दिखाई है, उसपर विचार होना चाहिए। उन्होंने ये भी कहा कि बिहार को विशेष राज्य का दर्ज मिलना चाहिए। जेडीयू सांसद आलोक कुमार ने कहा कि ये हमारी हमेशा से ही मांग रही है। हम ये कायम रखेंगे, तभी बिहार का विकास संभव है।
मंत्रिमंडल में भी मांगी जगह
बीजेपी के दोनों सहयोगी दल जेडीयू और टीडीपी ने मोदी सरकार से मंत्रिमंडल में जगह मांगी है। टीडीपी की तरफ से कहा गया है की उनके 4 सांसदों के बीच 1 मंत्रालय दिया जाये। और यही डिमांड जेडीयू की तरफ से भी रखा गया है। अगर मोदी सरकार इन फैसलों को मानती है तो कुल मिलकर इस बार 10 मंत्रालय सहयोगी दलों को देना पड़ सकता है।
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