Rahul Gandhi ने एक बार फिर से जातिगत जनगणना का मुद्दा दोहराया है। राहुल ने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म एक्स पर कहा है कि क्या हमने कभी सोचा है कि गरीब कौन हैं? कितने हैं और किस स्थिति में है? क्या इन सभी की गिनती ज़रूरी नहीं?
Rahul Gandhi ने एक बार फिर से जातिगत जनगणना का मुद्दा दोहराया है। वे आए दिन बीजेपी को इस मुद्दे पर घेरते रहते हैं। कांग्रेस का कहना है कि बीजेपी अगर वाकई ओबीसी समुदाय या दलितों के हितों को लेकर सोच रही है तो उसे जातिगत जनगणना करानी चाहिए। इसी कड़ी में राहुल गांधी ने जातिगत सर्वे को लेकर फिर से बयान दिया है।
Rahul Gandhi ने उठाया जातिगत जनगणना का मुद्दा
राहुल का कहना है कि बिहार से आए आंकड़े देश की असली तस्वीर की एक छोटी सी झलक मात्र हैं। हमें अंदाज़ा तक नहीं है कि देश की गरीब आबादी किस हाल में जी रही है। इसी के साथ राहुल गांधी ने एलान किया है कि कांग्रेस पार्टी दो ऐतिहासिक कदम उठाने जा रही हैं। पहला है जातिगत गिनती और दूसरा है आर्थिक मैपिंग। राहुल का दावा है कि इन दोनों के आधार पर 50% की आरक्षण सीमा को उखाड़ कर फेंक दिया जाएगा।
Rahul Gandhi ने जनता से किया आग्रह
राहुल का मानना है कि यह कदम देश का X-Ray कर सभी को सही आरक्षण, हक़ और हिस्सेदारी दिलाएगा। इससे न सिर्फ गरीब के लिए सही नीतियां और योजनाएं बनाई जा सकेंगी बल्कि उन्हें पढ़ाई, कमाई और दवाई के संघर्ष से उबार कर विकास की मुख्यधारा से जोड़ा भी जा सकेगा। उन्होंने जनता से आग्रह करते हुए कहा है कि, ”इसलिए उठो, जागो और अपनी आवाज़ उठाओ, जातिगत गिनती तुम्हारा हक़ है और यही तुम्हें मुश्किलों के अंधेरों से निकाल कर उजालों की ओर ले जाएगी। गिनती करो हमारा नारा है, क्योंकि गिनती न्याय की पहली सीढ़ी है”।
- और पढ़े
- Rahul Gandhi दो सीटों से लड़ेंगे चुनाव, प्रियंका गांधी का भी नाम आया सामने, देखिए लिस्ट
- Ajay Devgan की फिल्म मैदान का धमाकेदार टीजर हुआ रिलीज, ईद पर सिनेमाघरों में देखेंगे मूवी
Mayawati का लोकसभा चुनाव से पहले बड़ा ऐलान, इंडिया गठबंधन वाली बात को बताया अफवाह