Non Stick बर्तन आजकल हर किसी के घर मे दिखाई दे रहे है। इनका इस्तेमाल करना बेहद आसाम होता है। साथ ही इसमें खाना बनाने में भी कोई झंझट नहीं होती। हालांकि नॉन स्टिक बर्तन हमारी सेहत के लिए हानिकारक होते हैं।
इन दिनों लोगों के बीच Non Stick बर्तनों का चलन काफी ज्यादा बढ़ चुका है। इन बर्तनों का इस्तेमाल करने से खाना आसानी से बन जाता है। मसाला कहीं भी चिपकता या जलता नहीं है। यही वजह है कि आजकल लगभग हर घर में नॉन स्टिक बर्तन आसानी से मिल जाते हैं। हालांकि, आपके काम को आसान बनाने वाले यह बर्तन आपकी सेहत को गंभीर नुकसान पहुंचा सकते हैं।
Non Stick बर्तन के नुकसान
नॉनस्टिक कुकवेयर में पीएफओए पाया जाता है, जिसे कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं से जोड़ा गया है। यह थायरॉइड डिसऑर्डर, किडनी और लिवर की बीमारियां, ब्रेस्ट, प्रॉस्टेट और ओवेरियन कैंसर के लिए जिम्मेदार होता है। नॉन स्टिक में इस्तेमाल होने वाली पीएफसी प्रेग्नेंसी के लिए घातक साबित हो सकते हैं। इससे बच्चे का वजन कम हो सकता है। साथ ही इम्यून डिस्फंक्शन या प्रीक्लेम्पसिया जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं।
कैसे करें बचाव
डैमेज हो चुके नॉन स्टिक पैन को तुरंत बदल दें। डैमेज या क्रैक दिखने का मतलब है कि खतरनाक PFOA की लेयर टूट गई है, जिसमें खाना बनने से वह खाना भी दूषित हो रहा है। ये टॉक्सिन रिलीज करते हैं, जो खाने को दूषित करते हैं और कई बीमारियों को न्योता देते हैं। अगर नॉन स्टिक का इस्तेमाल कर भी रहे हैं, तो सुरक्षित कुकिंग के लिए सही तापमान का चुनाव करें। धीमी आंच पर खाना पकाएं, जिससे इसके खतरे से बचा जा सके। सही बर्तन का चुनाव करें। नॉन मैटेलिक या वुडन स्पैचुला का इस्तेमाल करें।
- और पढ़े
Armaan Malik ने सिद्धार्थ शुक्ला से की खुद की तुलना, कहा- मैं उनकी जर्नी फॉलो कर रहा हूं