India द्वारा पानी रोके जाने के बाद चिनाब नदी सूख गई: क्या यह पाकिस्तान के लिए जल कूटनीति का जवाब है?
प्रस्तावना
India-पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में बहने वाली चिनाब नदी एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय सुर्खियों में है। कारण है India द्वारा इस नदी के जल प्रवाह को सीमित करने की रणनीति। बताया जा रहा है कि बगलिहार बांध से जल प्रवाह रोके जाने के बाद चिनाब का जलस्तर इतनी तेजी से गिरा है कि स्थानीय गांवों में सूखे जैसे हालात बन गए हैं। यह निर्णय ऐसे समय पर आया है जब India -पाक संबंध पहले ही तनावपूर्ण दौर से गुजर रहे हैं।
सिंधु जल संधि का संक्षिप्त परिचय
1960 में India और पाकिस्तान के बीच हुई सिंधु जल संधि (Indus Water Treaty) विश्व की सबसे सफल जल संधियों में मानी जाती है। विश्व बैंक की मध्यस्थता में हुए इस समझौते के तहत India को तीन पूर्वी नदियाँ — रावी, ब्यास, सतलज — और पाकिस्तान को तीन पश्चिमी नदियाँ — सिंधु, झेलम और चिनाब — दी गईं।
हालांकि, India को सीमित मात्रा में पश्चिमी नदियों का उपयोग कृषि, घरेलू और गैर-उपभोक्ता कार्यों के लिए करने की अनुमति है। इसके साथ ही, India को इन नदियों पर बांध और हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट्स बनाने का अधिकार भी मिला हुआ है — बशर्ते वह संधि की शर्तों का पालन करे।
बगलिहार बांध और India की रणनीति
India : जम्मू-कश्मीर में स्थित बगलिहार बांध India का एक महत्त्वपूर्ण हाइड्रो प्रोजेक्ट है जो चिनाब नदी पर स्थित है। पाकिस्तान शुरू से इस बांध का विरोध करता रहा है, लेकिन 2007 में विश्व बैंक ने इसे संधि के अनुरूप बताते हुए India को क्लीन चिट दे दी।
हाल की घटनाओं में India ने इसी बांध से पानी छोड़ने की प्रक्रिया को सीमित कर दिया, जिसके कारण चिनाब नदी का प्रवाह पाकिस्तान में बुरी तरह से प्रभावित हुआ है।
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया
India : चिनाब के सूखने से पाकिस्तान के पंजाब और सिंध प्रांतों में किसानों की चिंता बढ़ गई है। सिंचाई की व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है और फसलें सूखने लगी हैं। पाकिस्तान की मीडिया और राजनीतिक हलकों में इसे “जल युद्ध” की संज्ञा दी जा रही है। कई पाकिस्तानी विश्लेषकों का मानना है कि India यह कदम स्ट्रैटेजिक प्रेशर के तहत उठा रहा है।

India की चुप्पी और नीतिगत बदलाव
India सरकार की ओर से इस विषय पर अभी तक कोई औपचारिक बयान नहीं आया है। हालांकि, जलशक्ति मंत्रालय और विदेश मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि यह कदम संधि के दायरे में रहकर उठाया गया है। भारत यह संदेश देना चाहता है कि पाकिस्तान की ओर से बार-बार की जा रही आतंकवाद की प्रायोजना अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी — चाहे वो कश्मीर हो या पंजाब।
क्या यह India की जल कूटनीति की शुरुआत है?
विशेषज्ञों का मानना है कि India अब ‘जल’ को कूटनीतिक हथियार के रूप में उपयोग करने की दिशा में सोच रहा है। पाकिस्तान के साथ बार-बार की गई शांति वार्ताएं विफल रही हैं, और ऐसे में India के पास सीमित विकल्प बचे हैं। जल संसाधनों पर नियंत्रण एक प्रभावी दवाब तंत्र बन सकता है।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रियाएं
अभी तक किसी भी बड़ी अंतरराष्ट्रीय संस्था ने इस मुद्दे पर कोई टिप्पणी नहीं की है। हालांकि, पर्यावरणविद और जल विशेषज्ञों का मानना है कि अगर दोनों देशों ने जल्दी ही समाधान नहीं निकाला, तो यह भविष्य में एक बड़े जल युद्ध की नींव रख सकता है।
चिनाब का सूखना: आम नागरिकों पर प्रभाव
पाकिस्तान के हजारों किसान अब बिना पानी के खेतों में काम करने को मजबूर हैं। गांवों में पीने के पानी की समस्या पैदा हो गई है। महिलाओं को किलोमीटर दूर से पानी लाना पड़ रहा है। बिजली उत्पादन भी प्रभावित हुआ है, क्योंकि हाइड्रो पावर पर आधारित संयंत्रों को बंद करना पड़ा है।
समाधान की राह
India और पाकिस्तान के बीच संवाद की प्रक्रिया को फिर से शुरू करना जरूरी है। जल जैसे संवेदनशील विषय को राजनीतिक हथियार न बनाते हुए, मानवता के आधार पर इसका हल निकालना चाहिए। संयुक्त जल आयोग को फिर से सक्रिय करना और नई तकनीकी रूप से समस्याओं को हल करना समय की मांग है।
निष्कर्ष
भारत द्वारा चिनाब नदी का जल रोके जाने का यह कदम कई स्तरों पर समझा जा सकता है — रणनीतिक, कूटनीतिक और सामरिक। लेकिन इसकी असल कीमत आम नागरिक चुका रहे हैं, चाहे वह भारत में हों या पाकिस्तान में। जल का राजनीतिकरण रोकना दोनों देशों की जिम्मेदारी है।
अगर पाकिस्तान को सच में जल संकट से निजात चाहिए, तो उसे अपनी आतंकी नीति पर पुनर्विचार करना होगा। और भारत को भी अपने कदमों को दुनिया के सामने स्पष्ट रूप से रखना होगा, ताकि कोई भ्रम न बने।
भारत ने बगलिहार बांध से रोका चिनाब नदी का पानी, पाकिस्तान से तनाव के बीच एक और कड़ा फैसला
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के साथ 65 साल से चले आ रहे सिंधु जल समझौते को सस्पेंड कर दिया है. इसे कूटनीतिक तौर पर पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए भारत की ओर से उठाया गया सबसे… pic.twitter.com/ugEs5qF6G5
— AajTak (@aajtak) May 4, 2025
- और पढ़े
- World Athletics Championships: गोल्डन बॉय Neeraj Chopra ने फिर किया कमाल, वर्ल्ड चैंपियनशिप के फाइनल में मेरी एंट्री, टूट सकता है ये रिकॉर्ड
- PM Modi को Greece में मिला सर्वोच्च सम्मान, राष्ट्रपति कैटरीना को ‘ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ ऑनर’ से सम्मानित किया गया
- Rahul Gandhi ने कारगिल में कहा ‘भारत जोड़ो’ का संदेश, BJP-RSS पर साधा निशाना
- Malaika-Arjun : Arjun Kapoor संग डेटिंग की खबरों पर Kusha Kapila ने तोड़ी चुप्पी, एक्ट्रेस ने बताया क्या है सच
- National Film Awards : बेस्ट फिल्म रॉकेट्री, अल्लू अर्जुन बेस्ट एक्टर और आलिया-कृति बेस्ट एक्ट्रेस, गुजराती फिल्में भी शामिल रहीं