It Ends with Us फिल्म को लेकर एक बड़ी खबर आई है। क़तर में इस फिल्म को बैन कर दिया गया है। क्योंकि इस फिल्म में हद से ज्यादा बोल्ड सीन दिखाया गया है।
हॉलीवुड फिल्म It Ends with Us अब क़तर में रिलीज नहीं होगी। मीडिया रिपोर्ट्स की बात करें तो देश की सेंसरशिप समिति ने इस बात का फैसला किया है कि सोनी पिक्चर्स और वेफरर स्टूडियोज की पीजी-13 फिल्म रिलीज नहीं की जाएगी। फिल्म में किसिंग सीन की वजह से ही इसे बैन कर दिया गया है। रिपोर्ट्स की माने तो इससे पहले और भी फ़िल्में क़तर में बैन हो चुकी है। जिसमें आर-रेटेड कॉमेडी ‘नो हार्ड फीलिंग्स’, समलैंगिक संबंधों पर बनी ‘टॉय स्टोरी’ और ‘लाइटइयर’ के अलावा सिडनी स्वीनी और ग्लेन पॉवेल की ‘एनीवन बट यू’ है।
It Ends with Us और कहाँ हुई बैन
‘इट एंड्स विद अस’ फिल्म क़तर के आलावा और कई जगह बैन हुई है। फिल्म जहाँ कहीं भी बैन हुई उसकी वजह सिर्फ और सिर्फ किसिंग सीन ही बताई जा रही है। क़तर में सेंसरशिप की बात करूँ तो वहां के नियम काफी ज्यादा शख्त है। और वहां पर अमेरिकी फिल्मों पर प्रतिबन्ध लगाने का इतिहास भी काफी पुराना है। जिसमें ग्रेटा गेरविग की ‘बार्बी’, एनिमेटेड सुपरहीरो एडवेंचर ‘स्पाइडर-मैन: अक्रॉस द स्पाइडर-वर्स’ और मार्वल की ‘डॉक्टर स्ट्रेंज इन द मल्टीवर्स ऑफ मैडनेस’ शामिल हैं।
किस तरह की फिल्मों पर है ज्यादा प्रतिबन्ध
एलजीबीटीक्यू संदर्भ या चरित्र वाली फिल्मों को नियमित रूप से सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, बहरीन, ओमान और कुवैत के साथ-साथ चीन सहित मध्य पूर्वी देशों में सेंसर द्वारा टारगेट किया गया है। ‘It Ends with Us’ का निर्देशन जस्टिन बाल्डोनी ने किया है, जो लाइवली के साथ अभिनय करते हैं। यह लिली नामक एक फूलवाले की कहानी है जिसे एक न्यूरोसर्जन से प्यार हो जाता है। लिली के अपने बचपन के दोस्त से मिलने के बाद राइल को ईर्ष्या होने लगती है और उनके रिश्ते में एक बुरा मोड़ आ जाता है। यह कोलीन हूवर के लोकप्रिय उपन्यास पर आधारित है। जिसे बनाने में केवल 25 मिलियन डॉलर की लागत आई है।
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