Morbi Bridge Collapse: पिछली दिवाली पर गुजरात समेत पूरे देश को हिलाकर रख देने वाले Morbi के झुल्टा पूल के ढहने को एक साल हो गया है। हालांकि, इस घटना में जान गंवाने वाले 135 लोगों को अब तक न्याय नहीं मिला है. एक तरफ उनके परिजन न्याय के लिए तरस रहे हैं तो दूसरी तरफ अपनों को याद कर उनकी आंखों के आंसू नहीं सूख रहे हैं.

मृतकों की याद में आज अहमदाबाद के गांधी आश्रम में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया है. जिसमें शामिल होने के लिए Morbi आपदा के पीड़ितों के परिवार और नागरिक पहुंचे हैं. बैठक में उपस्थित सभी लोगों की एक स्वर से मांग है कि इस त्रासदी में उन्हें अब तक न्याय नहीं मिला है.
एक तरफ मोरारी बापू से लेकर पटेल समाज के विधायक तक परोक्ष रूप से मुख्य आरोपी ओरेवा ग्रुप के मालिक जयसुख पटेल को बचाने के लिए सरकार और सभी क्षेत्र यह हवा बना रहे हैं कि वह निर्दोष हैं. फिर 135 मृत लोगों के परिवारों का मानना है कि कानून सभी के लिए समान है, जबकि जयसुख पटेल को उसके अपराध की सजा मिलनी चाहिए.
Morbi Bridge Collapse: एक साल पहले क्या हुआ था?
पिछले साल आज ही के दिन जब दिवाली की छुट्टियों का आनंद ले रहे सैकड़ों लोग Morbi के सस्पेंशन ब्रिज पर सफर कर रहे थे, तभी शाम को अचानक पुल ढह गया और सैकड़ों लोग नदी में गिर गए, जिनमें बड़ी संख्या में बच्चे, बूढ़े, महिलाएं भी शामिल थीं. शाम को अचानक हुई इस घटना से हंगामा मच गया। सरकार और स्थानीय लोगों ने इसके लिए बचाव कार्य शुरू किया, लेकिन तब तक 135 लोगों की जान जा चुकी थी.
इस मामले में ओरेवा ग्रुप के मालिक जयसुख पटेल, जिन्हें यह पुल ठेके पर दिया गया है, को मुख्य आरोपी बनाया गया था. वह फिलहाल जेल में हैं. इस घटना को लेकर फिलहाल कोर्ट में केस चल रहा है. इस घटना के लिए हाल ही में गठित सीट ने जो रिपोर्ट दी है उसमें ओरेवा कंपनी, उसके निदेशक और कर्मचारी इस हादसे के लिए पूरी तरह से जिम्मेदार हैं। हालांकि, मृतक के परिवार वाले काफी परेशान हैं क्योंकि कानूनी कार्यवाही में इस मामले में काफी ढिलाई बरती जा रही है। .
गांधी आश्रम में श्रद्धांजलि सभा सुबह 7 बजे से दोपहर 2 बजे तक
आज Morbi त्रासदी के एक वर्ष पूरे होने पर प्रभावित परिवारों के त्रासदी पीड़ित संघ ने मृतकों के परिवारों के साथ दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए अहमदाबाद गांधी आश्रम में सुबह 7 बजे से दोपहर 2 बजे तक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया है। हैंगिंग ब्रिज हादसे में जिन लोगों की जान चली गई। जिसमें Morbi के अपने रिश्तेदारों को खोने वाले परिवारों के कई लोग शामिल हुए हैं और मांग कर रहे हैं कि इस घटना के लिए जो भी जिम्मेदार है उसे फांसी दी जाए.
Gujarat High Court bench of Chief Justice Aravind Kumar and Justice Ashutosh J Shastri is hearing a suo motu PIL regarding the tragic incident of the collapse of 140-year-old Julto Pul (Morbi Bridge), in which, 135 people died. #GujaratHighCourt pic.twitter.com/xJKmyCsNsS
— Bar & Bench (@barandbench) December 21, 2022
गौरतलब है कि झूल्टा ब्रिज घटना में न्याय के लिए एक ट्रेजेडी विक्टिम्स एसोसिएशन का गठन किया गया है और इसके वकील द्वारा Morbi के जिला न्यायालय और उच्च न्यायालय में कानूनी लड़ाई लड़ी जा रही है।
गुजरात ही नहीं बल्कि देश-दुनिया में इस त्रासदी के लिए जिम्मेदार इस त्रासदी को भले ही एक साल बीत चुका है, लेकिन अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि इसके लिए जिम्मेदार कौन है और मृतकों के परिवार वाले क्या कहते हैं? लाल पिला। एक तरफ परिवार के लाड़ले को खोने का दर्द उनकी आंखों में आंसू भर देता है, वहीं दूसरी तरफ जयसुख पटेल समेत आरोपियों का बचाव किए जाने से उनका दर्द दोगुना हो गया है।
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