Akhilesh Yadav ने अयोध्या दुष्कर्म मामले में डीएनए टेस्ट की मांग रखी है। अयोध्या सांसद अवधेश प्रसाद ने भी आरोपी के खिलाफ फांसी की मांग रही है। साथ ही ये भी कहा कि सरकार पीड़िता और उसके परिवार को सुरक्षा मुहैया कराए और उन्हें 20 लाख रुपए दे।
Akhilesh Yadav ने सरकार को घेरते हुए कहा कि भाजपा चुनाव से पहले साजिश शुरू करना चाहती है। इनका मकसद पहले दिन से ही समाजवादियों को बदनाम करना रहा है और खास तौर पर मुसलमानों को लेकर इनकी सोच अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक है। अगर कोई ‘योगी’ लोकतंत्र, संविधान में विश्वास नहीं रखता तो वो ‘योगी’ नहीं हो सकता।
Akhilesh Yadav ने घटना को लेकर क्या कहा
अखिलेश ने कहा, ”मैं आपको 3 घटनाओं का उदाहरण देना चाहता हूं। पहली घटना हाथरस की है, जिसमें भाजपा विधायकों और नेताओं ने एक साधु के कार्यक्रम की अनुमति के लिए लिखा था। लेकिन प्रशासन ने ठीक से इंतजाम नहीं किए और नतीजा ये हुआ कि बड़ी संख्या में लोगों की जान चली गई। दूसरी बात, आपने गोमती नगर में देखा होगा, पुलिस ने पूरी लिस्ट दी थी, लेकिन सीएम और भाजपा की सरकार चाहती है कि पुलिस भाजपा की कार्यकर्ता बन जाए। जब पुलिस ने सभी नामों की लिस्ट दी तो सीएम ने सिर्फ यादवों और मुसलमानों का नाम क्यों लिया?”
केशव मौर्य बोले- अखिलेश यादव गुमराह न करें…
भाजपा प्रदेश मुख्यालय के बाहर मुलायम सिंह यादव का बयान याद दिलाते हुए एक होर्डिंग भी लगाई गई है, जिस पर लिखा है कि लड़के हैं गलती हो जाती है। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है कि कांग्रेस के मोहरा Akhilesh Yadav इस मामले में न्यायालय की बात कर गुमराह न करें।
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